इसका अर्थ है कि जो व्यक्ति अपने पोशाख पर ज्यादा ध्यान देता है, अपने पोशाख कि स्वच्छता पर ध्यान देता है वह व्यक्ति खेत को बिगाड़ देते हैं। ठीक उसी तरह जैसे एक ब्राह्मण एक गांव को बिगाड़ता है।
इसका अर्थ है कि जो व्यक्ति अपने पोशाख पर ज्यादा ध्यान देता है, अपने पोशाख कि स्वच्छता पर ध्यान देता है वह व्यक्ति खेत को बिगाड़ देते हैं। ठीक उसी तरह जैसे एक ब्राह्मण एक गांव को बिगाड़ता है।