गाँवों में बनि भूति नापने के लिए कुरो, लम्मर आदि होते हैं, इनमें यदि कुरो या लम्मर के बराबर वस्तु जाए तो वह “छपछप” कहलायेगा। टिप टिप कहने से द्रव का माप पता चलता है। छपछप का प्रयोग ठोस पदार्थ के नापने में होता है।
छपछप
Published by Sanjeev Tiwari
ठेठ छत्तीसगढ़िया, पेशे से वकील, दिल से पत्रकार। छत्तीसगढ़ी भाषा की पहली वेब मैग्जीन और न्यूज पोर्टल का संपादक। छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति व साहित्य को बूझने के लिए निरंतर प्रयासरत. .. View more posts