दाई के कमरछड़ अउ डऊकी के तीजा

यह हाना स्त्रियों के व्रत के बारे में है जो लड़कों के लिए रख जाता है। जैसे माताए कमरछठ का व्रत रखती है ताकि बेटा दीर्घायु हो, स्रियां तीजा का व्रत रखती है ताकि सुहागन बनी रहे।

Published by Sanjeev Tiwari

ठेठ छत्तीसगढ़िया, पेशे से वकील, दिल से पत्रकार। छत्तीसगढ़ी भाषा की पहली वेब मैग्‍जीन और न्‍यूज पोर्टल का संपादक। छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति व साहित्य को बूझने के लिए निरंतर प्रयासरत. ..

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