इसका अर्थ है कि जो चीज़ हमें नहीं मिलती, वह चीज़ हमें ज्यादा मुल्यवान लगती है। जो मछली हम पकड़ नहीं पाते। वह हमें जांध जैसे मोटी लगती है। ये हाना अगुंर खट्टे है के विपरीत भाव व्यक्त करती है।
इसका अर्थ है कि जो चीज़ हमें नहीं मिलती, वह चीज़ हमें ज्यादा मुल्यवान लगती है। जो मछली हम पकड़ नहीं पाते। वह हमें जांध जैसे मोटी लगती है। ये हाना अगुंर खट्टे है के विपरीत भाव व्यक्त करती है।